मरीज की मौत के बाद परिजनों का अस्पताल में हंगामा, नाराज डॉक्टरों ने थाना घेरा


 जिला अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद उसके साथ आए परिजन ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में तोड़फोड़ और हंगामा किया। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। सिविल सर्जन डॉ बी बी गुप्ता ने मांग की कि जिला अस्पताल में एक पुलिस चौकी स्थापित की जाए।


सूत्रों के मुताबिक कल देर रात ग्राम पठारी से इलाज के लिये लाये गए प्रताप सिंह के परिजन ने जिला अस्पताल में हंगामा किया। परिजन ने ओपीडी वार्ड और अन्य वार्ड के शीशे तोड़ दिए और डॉक्टरों की कुर्सियों को भी नुकसान पहुंचाया।


परिजन ने आरोप लगाया कि करीब आधे घंटे तक प्रताप सिंह को इलाज नहीं मिलने के कारण उनकी मौत हो गई। ड्यूटी डॉक्टर हेमंत गुप्ता ने बताया कि मरीज को अस्पताल लाने के पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। 


पुलिस की अभद्रता से नाराज चिकित्सकों ने किया प्रदर्शन :  चिकित्सालय के चिकित्सकों ने पुलिस द्वारा अभद्रता किए जाने के विरोध में आज कोतवाली थाने में जमकर प्रदर्शन किया और दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की। डॉ दिनेश खत्री ने बताया कि कल रात एक मरीज की मौत के बाद अस्पताल में तोड़फोड़ की गयी थी, जिसकी शिकायत लेकर चिकित्सक कोतवाली थाने पहुंचे थे। वहां पुलिस ने उनकी रिपोर्ट नही लिखी। उल्टे उन्हें ही भला बुरा कह दिया।


इस पर कोतवाली में ही चिकित्सकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की। पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने बताया कि पूरी घटना की जांच एडिशनल एसपी से कराई जाएगी तथा जो भी पुलिस कर्मचारी दोषी होगा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि चर्चा के बाद डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म कर दी है।